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"नाचइ नदिया बीच हिलोर / कन्नौजी" के अवतरणों में अंतर
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सिंगारु गोरिया।<br /> | सिंगारु गोरिया।<br /> | ||
सूधे परैं न पाँव<br /> | सूधे परैं न पाँव<br /> | ||
− | हिया मां हरिनी भरै कुलाँचैं | + | हिया मां हरिनी भरै कुलाँचैं<br /> |
− | + | बयस बावरी मुँहु बिदुराबै<br /> | |
− | बयस बावरी मुँहु | + | को गीता कौ बाँचै <br/> |
− | को गीता कौ बाँचै | + | चिड़िया चाहै पंख पसार<br /> |
− | चिड़िया चाहै पंख पसार | + | उड़िबो दूरि गगन के पार<br /> |
− | उड़िबो दूरि गगन के | + |
08:54, 15 अप्रैल 2013 के समय का अवतरण
♦ रचनाकार: आत्मप्रकाश शुक्ल
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नाचइ नदिया बीच हिलोर
वनमां नचइ बसंती मोर
लागै सोरहों बसंत को
सिंगारु गोरिया।
सूधे परैं न पाँव
हिया मां हरिनी भरै कुलाँचैं
बयस बावरी मुँहु बिदुराबै
को गीता कौ बाँचै
चिड़िया चाहै पंख पसार
उड़िबो दूरि गगन के पार