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"मन / नीरज दइया" के अवतरणों में अंतर

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06:40, 16 मई 2013 के समय का अवतरण

बंधे हमारे मन
सात फेरों के बाद...

मन का क्या!

बंध सकता है वह
बिना फेरों के भी।

नहीं बंधे तो
सारे बंधन बेमानी।