भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"बादल / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अनिल जनविजय |संग्रह=माँ, बापू कब आएंगे }} पवन के घोड़ों ...) |
(कोई अंतर नहीं)
|
01:01, 21 अक्टूबर 2007 का अवतरण
पवन के घोड़ों पर सवार
दूर देश से आते हैं
जल भरी ढेरों मशकें लाते हैं
जब तक कुछ सोचे-समझे यह धरती
उसके साथ होली खेल आगे बढ़ जाते हैं
ख़ुद को आकाश का सम्बन्धी बतलाते हैं
(रचनाकाल : 1981)