भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

सपना रे सपना / गुलज़ार

2 bytes removed, 07:40, 23 जुलाई 2013
|संग्रह=
}}
{{KKCatGhazalKKCatGeet}}
<poem>
सपना रे सपना, है कोई अपना
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,103
edits