भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* ग़ज़लें */
{{KKShayar}}
====ग़ज़लें====
* [[ धूप ऐसी तेज़ धूप गर्म है फ़ज़ा बहुत / नियाज़ हैदर]]* [[दिल के वीराने को महफ़िल की तरफ़ ले चलिए / नियाज़ हैदर]]* [[हम नग़्मा-सराई कैसें करें बेदाद-गरों की महफ़िल में / नियाज़ हैदर]]* [[लब-ए-गुल की हँसी देगी न तुम को रौशनी अपनी / नियाज़ हैदर]]* [[वीराने बाग़ बाग़ हैं मेरी निगाह से / नियाज़ हैदर]]* [[वो निगाह-ए-चश्म-ए-तिलिस्म-गर मुझे देखते ही लजा गई / नियाज़ हैदर]]