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|रचनाकार=सत्यप्रकाश जोशी |संग्रह=राधा / सत्यप्रकाश जोशी
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<Poempoem>
मन रा मीत कांन्हा रे
घर घर सूं भागी आई गोपियां,
आजा रे ओज्यूं रमल्यां रास,
मुड़जा फौजां नै पाछी मोड़लै।
</poem>