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"आतमा रो मोल / गौरीशंकर प्रजापत" के अवतरणों में अंतर
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जगती उणरी | जगती उणरी |
08:40, 19 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण
एकटक
देखतो हो म्हैं
जगती उणरी
माटी री काया नैं।
काया जिण मांय
हो काल तांई वासो
इणरी आतमा रो।
चारूंमेर सोग मांय दीसै
उणरा घरवाळा
जिका देया करता हा
फगत अर फगत ओळमा-ताना
ऊमर भर इणनैं....
आज रोवै वै किणनैं
इण माटी नैं
का उण आतमा नैं....
आं लोगां रो रोवण
छेकड़ किण खातर
बखाणै जिका गुण
वै किण रा हा
छोडगी जिको सरीर
उण आतमा रा
का सिळगै लाय में
आ माटी उण रा!
सरीर रो कीं मोल कोनी
मोल होवै आतमा रो।