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"दरवाजा / हरकीरत हकीर" के अवतरणों में अंतर

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11:55, 26 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

सुनो …
तुम अपने घर का
दरवाजा बंद कर लो
अब मेरी पहुँच
तुम्हारे घर तक नहीं
रब्ब के घर तक है ….