भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"मुहब्बत / हरकीरत हकीर" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Mani Gupta (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हरकीरत हकीर }} {{KKCatNazm}} <poem>देह से प्रे ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
13:20, 26 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण
देह से प्रे भी
मुहब्बत होती है …
जो कभी परीक्षा नहीं लेती
इक पल को ही सही
जीती रहती है संग
बरसों तक …
कस कर पकडे हाथ