भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"निरदई / कन्हैया लाल सेठिया" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
					
										
					
					| आशिष पुरोहित  (चर्चा | योगदान)   ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कन्हैया लाल सेठिया    |संग्रह=लीकल...' के साथ नया पन्ना बनाया) | 
| (कोई अंतर नहीं) | 
13:52, 28 नवम्बर 2013 के समय का अवतरण
मारै
पाका फळां रै
तक तक ‘र
भाटा
पण चालै
टाळ ‘र कांटां
पीड़ काचो
मिनख !
 
	
	

