भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"नवी हवा / हरीश बी० शर्मा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हरीश बी० शर्मा |संग्रह= }} {{KKCatRajasthaniRachna}...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

03:59, 3 दिसम्बर 2013 के समय का अवतरण

नवी हवा रा लैरका
सरणाट बैवै है
प्रीत-प्रेम री बातां रो उळझाव
राखणो चावै ई कोनी
अेक-दूजै री दोनूं
गरज जाणै है
‘गरज मिटी अर गूजरी नटी’
लेणै-देणै री लटकाण
ऐसाण अर ओळभै रो माण
बिरथा भार कुण ढोवै है?
नवै जुग रो साच
हवा री सौरम नैं कांई दोस?