भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"खुसी रा गीत / किशोर कुमार निर्वाण" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=किशोर कुमार निर्वाण |संग्रह=मंडा...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
07:13, 9 जनवरी 2014 के समय का अवतरण
थे कैवो हो
म्हैं खुसी रा गीत गावूं
देस रै बिगसाव रो जसन मनावूं
पण क्यूं?
कांई ओ बगत साचाणी
गीत गावण रो है?
जसन मनावण रो है?
थे कैवो हो
आं बरसां मांय मिनख
घणी तरक्की करी है
पण म्हनैं लागै है
स्यात थे अखबार नीं बांचो
समाचार नीं सुणो
दंगा, झगड़ा, मारकाट
बलात्कार, लूट, बदळै री आग
जे थे ऐ समाचार बांचता
तो स्यात मिनख नैं
मिनख ई नीं कैवता
पण थे कैवो हो
कै म्हैं खुसी रा गीत गावूं
देस रै बिगसाव रो जसन मनावूं