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वनवासी राम / राजेश चेतन

No change in size, 06:45, 9 मार्च 2014
मातृभूमि की रक्षा करने प्रभु को वन में जाना था
पिता आपके राजा दशरथ मॉं माँ कौशल्या रानी थी
कैकई और मंथरा की भी अपनी अलग कहानी थी
भरत शत्रुध्न रहे बिलखते लखन ने दी कुरबानी थी
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