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मातृभूमि की रक्षा करने प्रभु को वन में जाना था
पिता आपके राजा दशरथ मॉं माँ कौशल्या रानी थी
कैकई और मंथरा की भी अपनी अलग कहानी थी
भरत शत्रुध्न रहे बिलखते लखन ने दी कुरबानी थी