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"सपने और प्रेम-२ / रंजना जायसवाल" के अवतरणों में अंतर

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11:37, 3 अप्रैल 2014 के समय का अवतरण

मैंने कल
चाँद को देखा
और रात -भर
याद करती रही
एक
चेहरा