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"जैसे एन्कू ने बुद्ध की मूर्ति बनाई / ज्यून तकामी" के अवतरणों में अंतर

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मैं वैसे ही रिरियाना  
 
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चाहता हूँ कचिता में
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चाहता हूँ कविता में
  
 
जैसे कोई चोट खाया कुत्ता किंकियाता है
 
जैसे कोई चोट खाया कुत्ता किंकियाता है

12:44, 7 दिसम्बर 2007 का अवतरण

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»  जैसे एन्कू ने बुद्ध की मूर्ति बनाई

मैं वैसे ही कविता

लिखना चाहता हूँ

जैसे एन्कू ने बुद्ध की मूर्ति बनाई


मैं वैसे ही रिरियाना

चाहता हूँ कविता में

जैसे कोई चोट खाया कुत्ता किंकियाता है


मैं चाहता हूँ कि वैसी ही

चमकदार हों मेरी कविताएँ

जैसे पीले-पीले चमकते हैं गेंदे के फूल


मैं वैसी ही सरलता के साथ

लिखना चाहता हूँ कविताएँ

जैसे उड़ते-उड़ते चिड़िया गिराती है बीट


और कभी-कभी मैं इतनी ज़ोर से

कविताएँ पढ़ना चाहता हूँ

जैसे गूँजती है सीटी जलयान की रवाना होने से पहले