भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"बाप / राजेन्द्र जोशी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राजेन्द्र जोशी |संग्रह=सब के साथ ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

21:54, 14 मई 2014 के समय का अवतरण

तुम बाप बनना चाहते हो!
जानते हो बाप बनने के नियम
बेटे सा प्यार
माँ सा दुलार
रोज मिलना
मिलते ही रहना
रोज रोज बातें करना
अच्छा बोलो
तुम्हारा जन्मदिन कब आता हैं
उसी दिन
बड़े सवेरे आ जाना
ऊसर भूमि पर
एक खड्डा खोदना
एक पेड़ लगाना
पानी देना
हरा रखना
संवारना
दुलारना
खूब बातें करना
लो
आप बन गये बाप!