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"रक्षा बंधन को दिन आयो / परमानंददास" के अवतरणों में अंतर

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16:02, 16 मई 2014 के समय का अवतरण

रक्षा बंधन को दिन आयो।
गर्गादि सब देव बुलाये लालहिं तिलक बनायो॥१॥
सब गुरुजन मिल देत असीस चिरंजीयो ब्रजरायो।
बाढो प्रताप नित या ढोटा को परमानंद जस गायो॥२॥