भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"छोर से परे / पुष्पिता" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=पुष्पिता |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKavita...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

13:12, 26 मई 2014 के समय का अवतरण

समुद्र के निनाद में है
बच्चों की ध्वनि तरंग प्रतिध्वनित
लहरें
जैसे कि उनके ही उठे हुए हाथ
और
बच्चों में होता है
समुद्र का अछोर कोलाहल
आकुल और व्याकुल
माँ के आँचल के भी
छोर से परे।