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"दिल का हाल सुने दिलवाला / शैलेन्द्र" के अवतरणों में अंतर

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रंज-ओ-ग़म बचपन के साथी<br>
 
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आंधियों में जली जीवन-बाती<br>
 
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भूख ने हैं बड़े प्यार से पाला<br>
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गांठ के पूरे चोर के जैसी - २)<br>
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चलता-फिरता जान के एक दिन<br>
 
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बिना देखे पहचान के एक दिन<br>
 
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23:28, 24 दिसम्बर 2007 का अवतरण

दिल का हाल सुने दिल वाला
सीधी-सी बात न मिर्च मसाला
कह के रहेगा कहने वाला
दिल का हाल सुने दिल वाला

छोटे से घर में गरीब का बेटा
मैं भी हूँ माँ के नसीब का बेटा (२)
रंज-ओ-ग़म बचपन के साथी
आंधियों में जली जीवन-बाती
भूख ने है बड़े प्यार से पाला
दिल का हाल सुने दिल वाला

हाय करूँ क्या सूरत ऐसी
गाँठ के पूरे चोर के जैसी - २)
चलता-फिरता जान के एक दिन
बिना देखे पहचान के एक दिन
बांध के ले गया पुलिस वाला
दिल का हाल सुने दिल वाला

बूढ़े दरोगा ने चश्मे से देखा (२)
आगे से देखा पीछे से देखा
ऊपर से देखा नीचे से देखा
बोला ये क्या कर बैठे घोटाला
हाय ये क्या कर बैठे घोटाला
ये तो है थानेदार का साला,
दिल का हाल सुने दिल वाला

ग़म से अभी आज़ाद नहीं मैं

ख़ुश मगर आबाद नहीं मैं (२)
मंज़िल मेरे पास खड़ी है
पाँव में लेकिन बेड़ी पड़ी है
टांग देता है दौलत वाला,
दिल का हाल सुने दिल वाला

सुन लो मगर ये किसी से न कहना
तिनके का लेके सहारा न बहना (२)
बिन मौसम मलहार न गाना
आधी रात को मत चिल्लाना
वरना पकड़ लेगा पुलिस वाला
दिल का हाल सुने दिल वाला