भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"आंगन मे, अगने मे ठाढ़ पिया, पीड़ा हरू, अंगने मे / मैथिली लोकगीत" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=मैथिली |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह= संस...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

23:16, 30 जून 2014 के समय का अवतरण

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

आंगन मे, अगने मे ठाढ़ पिया, पीड़ा हरू, अंगने मे
दौड़ि दौड़ि जाउ पिया दगरिन बोलाउ, अंगने मे
नारि छिलवायब अंगने मे
दौड़ल दौड़ल जाउ पिया नाउनि बजाउ, अंगने मे
नह टोंगबायब अंगने मे
दौड़ल दौड़ल जाउ पिया धोबिया बजाउ, अंगने मे
कपड़ा धोआएब अंगने मे
अंगनेमे, अंगनेमे ठाढ़ पिया, पीड़ा हरू, अंगने मे