भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"घर जगजननी बाहर जगजननी / मैथिली लोकगीत" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=मैथिली |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह= संस...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

23:38, 30 जून 2014 के समय का अवतरण

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

घर जगजननी बाहर जगजननी
अहीं तऽ प्राणक आधार जगजननी
कोने फूल ओढ़न मा के
कोने फूल पहिरन
कोने फूल गांथू ग्रीमोहार जगजननी
अहीं तऽ प्राणक आधार जगजननी
बेली फूल ओढ़न मा के
चमेली फूल पहिरन
अड़हुल फूल गांथू ग्रीमोहार जगजननी
अहीं तऽ प्राणक आधार जगजननी
कल जोड़ि मिनती करै छी हम हे
मंगै छी कृपा तोहार जगजननी
अन - धन दिअ मां हे
और गोदीमे पुत्र दीअ
मांगी हम सींथक सोहाग जगजननी
अहीं तऽ प्राणक आधार जगजननी