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मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
नदिया के तीरे तीरे माली फुलबरिया, ताहिमे चानन के गाछ हे
ताहितर मालिन बेटी पलंगा ओछाओल, राजा बेटा खेलय शिकार हे
सब दिन आबै छलहुँ भोर भिनसरबा, आइ किए एती एती राति हे
अहूँ सँ सुन्नरि धनि मालिन केरि बेटिया, ओ मोरा राखल लोभाइ हे
आबथु मालिन बेटी पलंगा चढ़ि बैसथु, कओने रीति जोड़ल सिनेह हे
ताही खन मालिन बेटी पलंगा ओछाओल, मनेमन जोड़ल सिनेह हे