भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"मालिन सूतय सात पुत्र धए घर / मैथिली लोकगीत" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=मैथिली |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह= बिय...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

20:25, 2 जुलाई 2014 के समय का अवतरण

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

मालिन सूतय सात पुत्र धए घर
माली सुतय फुलवारी हे
उठबय गेलथिन अपने दुलरूआ
उठू मालिन भए गेल परात हे
कौने उचित तोरा थिकह हे बाबू
भल निन्द देलह जगाय हे
हमरो घर मालिन हमरो विवाह थिक
माला सुन्दर एक गूथि दैह हे
तेहन माला गूथिहैं गे मालिन
जाइते होयत विवाह हे
आंगने देखतइ माय बहिनियाँ
बाटे देखत बरिआत हे
सासुर देखत सासु सोहागिन
कोबरे होयत आनन्द हे