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"इठयासी / प्रमोद कुमार शर्मा" के अवतरणों में अंतर

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के पढै बेटा!
आं सबदां मांय सत कोनी
गत कोनी बांरी अबै बजार मांय

छेवट तो हाजरी लगावणी है
-दरबार मांय।
इण वास्तै छोड सबद
सामल होज्या व्यौपार मांय।