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06:43, 4 जुलाई 2014 के समय का अवतरण
बडो ई निरमळ है
-कमळ है
स्यांत झील रो, तिरै हंसा री चाल
सबद सांवरो है, नित रा करै कमाल
सरणा हूज्या रे मना!
-काळ करै सवाल
सुरता नैं साधलै
सबद साचो
-अमल है।
-कमल है।