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07:10, 4 जुलाई 2014 के समय का अवतरण
कांई करै किसान
-निनाण
तो करग्यो अमेरीका खेत मांय
मारता रैवो हाथ भलांई अबै रेत में
सगळा भारतीयां री अेक ई पिछाण
बांरी पीठ रै ऊपर डालर रो निसाण
अर भाखा अचेत है
बीं नैं ठाह नीं पड़ रैयी है
कै ओ होस्पिटल है कै खेत है।