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जाड़े में पहाड़ (नवगीत) / बुद्धिनाथ मिश्र
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20:41, 19 जुलाई 2014
|रचनाकार=बुद्धिनाथ मिश्र
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जाड़े में पहाड़ / बुद्धिनाथ मिश्र
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मौत का आतंक फैलाती हवा
दे
गयी
गई
दस्तक किवाड़ों पर
वे जिन्हें था प्यार झरनों से
अब नहीं दिखते पहाड़ों पर ।
अनिल जनविजय
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