भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|संग्रह=
}}
तुझ पर निछावर फूल<br>
केसरिया शीश फूल<br>
ओ देवता! देश के देवता!!<br><br>
तेरी हथेली उठी,<br>