भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"पीठ कोरे पिता-21 / पीयूष दईया" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=पीयूष दईया |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKav...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

16:33, 28 अगस्त 2014 के समय का अवतरण

हर इनसान को ख़ुश होने-रहने का हक़ है
हो सकता है महान
तिनका तक

इनसान
के लिए

एक