भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"संगति-2 / नीलोत्पल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नीलोत्पल |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKavita}...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

11:36, 1 सितम्बर 2014 के समय का अवतरण

मेरी अवस्था एक खोए नाविक की है
जो समुद्र के बीचों बीच याद करता है तुम्हें

अंत में
मैं भूल जाता हूं कि
नावें तुम्हारे और मेरे बीच
डूब जाती हैं
समुद्र हमारी कब्र का नाम है