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'''नाम : ममता किरण'''
पिछले १५ वर्षों से पत्रकारिता – "राष्ट्रीय सहारा", "जे.बी.जी. टाइम्स", "पंजाब केसरी", "शाह टाइम्स" आदि के अलावा सिटी चैनल आदि से संबद्ध रहकर अब स्वतंत्र लेखन। पत्र पत्रिकाओं में सैंकड़ों लेख, साक्षात्कार, पुस्तक समीक्षाएँ, स्तंभ, कविताएँ आदि प्रकाशित। रेडियो, दूरदर्शन से कविता पाठ के अतिरिक्त ’ऐंकरिंग’ एवं आलेख लेखन। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त वि.वि. तथा नेशनल ओपन स्कूल आदि के लिए भी आलेख लेखन।प्रतिष्ठित लेखन।प्रतिष्ठित राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं में कविताएँ प्रकाशित, रेडियो, दूरदर्शन व निजी टी.वी चैनलों से कविताएँ प्रसारित, अखिल भारतीय कवि सम्मेलनों में कविता पाठ।दूरदर्शन एवं अनेक निजी टीवी चैनलों के कार्यक्रमों में विशेषज्ञ के रूप में भागीदारी। दिल्ली विश्वविद्यालय के अनेक कालेजों की प्रतियोगिताओं में निर्णायक। '''कुछ प्रमुख कृतियाँ''' : ग़जल दुष्यंत के बाद101 चर्चित कवियत्रियाँछंद-अन्न, परिचय रागसफ़र जारी हैसहित अनेक संकलनों में रचनाएं प्रकाशित।वृक्ष था हरा-भरा (कविता संग्रह) कविताओं का पंजाबी अनुवाद प्रकाशित। '''पुरस्कार-सम्मान'''वृक्ष था हरा-भरा (कविता संग्रह) पर वर्ष 2013 का "राजेंद्र वोहरा स्मृति सम्मान" 'कृति यू के' बर्मिघम, " काव्य रंग " नाटिंघम, " यू के हिंदी समिति" लन्दन द्वारा अभिनन्दन , सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ताओं की संस्था द्वारा “कवितायन सम्मान”, परिचय साहित्य परिषद् द्वारा "साहित्य सम्मान", "उदभव सम्मान",श्री भारतेंदु हरिश्चंद्र समिति कोटा (राज.) द्वारा "साहित्य श्री सम्मान " दूरदर्शन के लिए लिखी एक डॉक्यूमेंट्री को अन्तरराष्ट्रीय सम्मान।
'''सम्पर्क : mamtakiran9@gmail.com'''
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