भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"जानेमन / एरलिण्डो बारबेइटोस" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem> जानेम...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKRachna
 
{{KKRachna
|रचनाकार=
+
|रचनाकार=एरलिण्डो बारबेइटोस
 
|अनुवादक=
 
|अनुवादक=
 
|संग्रह=
 
|संग्रह=

04:14, 2 फ़रवरी 2015 के समय का अवतरण

जानेमन !
तुम्हारी आँखें जामुन हैं
कि
खा जाऊँगा मैं उन्हें

मुझे होना नहीं चाहिए
अंधेपन का डर


पर आत्मा
जानेमन !
इश्क मेरा
है
एक डर नरभक्षक