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"मुट्ठी भर उजियाळौ (1) / संजय आचार्य वरुण" के अवतरणों में अंतर
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22:43, 25 फ़रवरी 2015 के समय का अवतरण
निजरां सूं कीं कैवणौ
मूण्डै सूं कीं
कैवण सूं बतौ हुवै
असरदार
म्हैं सीखग्यौ।
म्हैं जाणग्यौ
के रात रै अंधारै में
न्हायोड़ी धरती
जे चंदरमा सूं मांग लेवै
मुट्ठी भर उजियाळौ
तो चंदरमा
मूण्डौ फेर’र खिसक जावै
अर घणी बार
बो ई चंदरमा
दिन थकै ई आय धमकै
धरती री छाती पर
अणमांवातौ
उजियाळौ ले’र।