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"तू आभौ.. / संजय आचार्य वरुण" के अवतरणों में अंतर
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+ | कुण जाणें? | ||
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22:51, 25 फ़रवरी 2015 के समय का अवतरण
तू एक आकास हौ
मतलब आभौ
घणौ लाम्बौ चवड़ौ
अणूतो फैलाव लियोड़ौ
जठीनै देखां
बठीनै तू, फगत तू
म्हैं थनै देख देख’र
करतौ अचूम्भौ
आज भी हुवै
घणौ इचरज
के इतरी बडी चीज ने
बणावण आळौ
आप कितरौ बडौ हुसी
कुण जाणें?