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"जुग धरम / निशान्त" के अवतरणों में अंतर
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| बातां करो हो | बातां करो हो | ||
| जुग धरम री | जुग धरम री | ||
16:12, 4 मई 2015 के समय का अवतरण
बातां करो हो
जुग धरम री
पण कद हो
साबतो सतजुग ?
अर अब कठै है ?
सौ पीसा कळजुग
झूठ-सांच री लड़ाई तो
धुर सूं चालती आई है
अर चालती ई रैवैली ।
 
	
	

