भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"छैंया-छैंया / गुलज़ार" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(New page: {{KKRachna |रचनाकार=गुलज़ार }} {{KKPustak |चित्र=Kuchh_aur_nazme.jpg |नाम=छैंया-छैंया |रचनाकार=[[गुल...)
 
पंक्ति 18: पंक्ति 18:
  
 
* [[मुझको इतने से काम पे रख लो / गुलज़ार]]
 
* [[मुझको इतने से काम पे रख लो / गुलज़ार]]
* [[तेरी आँखें / गुलज़ार]]
+
* [[तेरी आँखें तेरी ठहरी हुई ग़मगीन-सी आँखें / गुलज़ार]]
 
* [[कितनी सदियों से ढूँढ़ती होंगी / गुलज़ार]]
 
* [[कितनी सदियों से ढूँढ़ती होंगी / गुलज़ार]]
* [[इन बूढ़े पहाड़ों पर / गुलज़ार]]
+
* [[इन बूढ़े पहाड़ों पर, कुछ भी तो नहीं बदला / गुलज़ार]]
 
* [[न जाने क्या था, जो कहना था / गुलज़ार]]
 
* [[न जाने क्या था, जो कहना था / गुलज़ार]]

09:28, 23 जनवरी 2008 का अवतरण


छैंया-छैंया
Kuchh aur nazme.jpg
रचनाकार गुलज़ार
प्रकाशक राधाकृष्ण प्रकाशन
वर्ष
भाषा हिन्दी
विषय
विधा
पृष्ठ 124
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।