भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

परिचय / रामधारी सिंह "दिनकर"

7 bytes removed, 19:04, 14 जुलाई 2015
नहीं तो व्योम का विस्तार हूँ मैं
समाना चाहता है, जो बीन उर में
विकल उस शून्य की झंकार हूँ मैं
भटकता खोजता हूँ, ज्योति तम में
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,131
edits