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01:50, 6 अक्टूबर 2015 के समय का अवतरण
सुबह-सुबह जब उगता सूरज,
लाल गेंद-सा लगता सूरज।
दोपहरी में थाली जैसा,
चमचम चमका करता सूरज।
लाल टमाटर-सा हो जाता,
शाम ढले जब ढलता सूरज।