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"सूरज / राजेंद्र 'मिलन'" के अवतरणों में अंतर

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01:50, 6 अक्टूबर 2015 के समय का अवतरण

सुबह-सुबह जब उगता सूरज,
लाल गेंद-सा लगता सूरज।
दोपहरी में थाली जैसा,
चमचम चमका करता सूरज।
लाल टमाटर-सा हो जाता,
शाम ढले जब ढलता सूरज।