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"चाँद / यादराम 'रसेंद्र'" के अवतरणों में अंतर

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04:48, 6 अक्टूबर 2015 के समय का अवतरण

मम्मी से यों रोकर बोली-
मेरी जीजी नंदा-
जाऊँगी स्कूल तभी, जब
दिखला दोगी चंदा!
मम्मी बोली-चुप रह बिटिया
कहना मेरा मान,
पापा जी का हैट हटाकर
उधर देख आ चाँद।