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09:51, 6 अक्टूबर 2015 के समय का अवतरण
मैंने अपना नोट बचाया,
नन्हा राकेट एक बनाया।
घर-घर घर-घर उड़ा दिया जब,
दुश्मन को थरथरा दिया तब।