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"उंगलियों के पोरों पर दिन गिनती / ममता कालिया" के अवतरणों में अंतर

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23:53, 13 अक्टूबर 2015 के समय का अवतरण

उंगलियों पर गिन रही है दिन
खांटी घरेलू औरत

सोनू और मुनिया पूछते हैं
‘क्या मिलाती रहती हो मां
उंगलियों की पोरों पर’
वह कहती है ‘तुम्हारे मामा की शादी का दिन
विचार रही हूं
कब की है घुड़चढ़ी कब की बरात!’

घर का मुखिया यही सवाल करता है
तो आरक्त हो जाते हैं उसके गाल
कैसे बताए कि इस बार
ठीक नहीं बैठ रहा
माहवारी का हिसाब!