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"पूरी की पूरी लड़की: एक / हरप्रीत कौर" के अवतरणों में अंतर

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07:04, 16 अक्टूबर 2015 के समय का अवतरण

वह आएगी
और धर देगी
अपनी उदासी तुम्हारे भीतर

रात गए
तुम गाओगे उसके प्रेम और
विद्रोह के गीत

कैसे जानेगा कोई
कि तुम्हारी कठोरता में
धर दी गई है
एक पूरी की पूरी लड़की!