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* [[वो एक ख़ेमा-ए-शब जिस का नाम दुनिया था / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[शहर-ए-ग़ज़ल में धूल उड़ेगी फ़न बंजर हो जाएगा / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]
* [[ज़ुल्फ़ घटा बन कर रह जाए आँख कँवल हो जाए / 'क़ैसर'-उल जाफ़री]]