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"विवाह गीत (भात खयबाकालक) / शिव कुमार झा 'टिल्लू'" के अवतरणों में अंतर
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सुनू औ समधि चाखु अरिकंचन चक्का
धोधि लटकौने बैसल किए हक्का बक्का ...
राहरिक दालि ह'म आरा सँ अनलहुँ
लकलक सतरिया नवगछिया मे किनलहुँ
तैयो उताहुल बरियातक उचक्का ...
सोनबरसा कचहरी केर दही घृत गमगम
किशुनगंजक सुरजापुरी दियौ बोर संगम
चाटू खटमिट्ठी संग अचारक फक्का ...
मग्गह दियारा सँ छेना मंगेलहुँ
बिचबिचहा छागर कें जब्बह करेलहुँ
मुंह कोचियौने सभ पाहुन दूफक्का ...
सौजनक काल किए नोचनी उठल अछि
लाखक लाख गिरलहुँ मुदा पेट नहि भरल अछि
समधिन कें देलकनि धाकर पाछाँ सँ धक्का ...