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"शहर के मगरमच्छ / राग तेलंग" के अवतरणों में अंतर

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18:51, 19 दिसम्बर 2015 के समय का अवतरण

मगरमच्छों ने
पहले नदी में जहर घोला

मगरमच्छों ने फिर
मछलियों के
बीमार हो जाने तक इंतजार किया

एक दिन आया
भूख से बेहाल
प्राकृतिक और मासूम मगरमच्छ
मारे गए आकर
नदी किनारे

रात
शहर के मगरमच्छों ने
नदी के
मगरमच्छ के मांस का
नया स्वाद चखा ।