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"नशा / राग तेलंग" के अवतरणों में अंतर
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19:18, 19 दिसम्बर 2015 के समय का अवतरण
हर शख्स
कुछ अधूरी इच्छाओं के बोझ लिए
अपने मुगालतों समेत
दुनिया-ए-फानी से
कूच कर जाता है
असमय
कितना अच्छा हो
अगर प्याला
यहीं रहते खाली हो जाए और
नशा आखिरी वक्त तक तारीं रहे ।