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"चश्मे-तर / राग तेलंग" के अवतरणों में अंतर

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20:02, 19 दिसम्बर 2015 के समय का अवतरण

एक दृष्टि में
एक अपेक्षा की गंध पाकर
हुआ आकृष्ट

जाना
वह थी एक लालसा
निर्झर
एक बूंद की
झर जाने को बेताब
धुआं-धुंआ हो जाने तक

यह
मैं भी था
जाना
जब हुआ
तर-ब-तर ।