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"वह हूंका ! / राग तेलंग" के अवतरणों में अंतर

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20:02, 19 दिसम्बर 2015 के समय का अवतरण

तुम दूर हो अभी
अभी मैं तुम्हें
सिर्फ आवाज के सहारे
छू सकता हूं

मेरे शब्द सुनकर तुम
मेरा चेहरा गढ़ लेना और
हूंका देकर
मुझमें प्राण फूंक देना।