भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"जन्मदिन / राग तेलंग" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राग तेलंग |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem>अभी अ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
20:02, 19 दिसम्बर 2015 के समय का अवतरण
अभी अभी एक पत्ता
विलग हुआ है शाख से
यह समय में से
एक समय का झर जाना है
अभी अभी
एक पत्ता जहां से विलग हुआ है
ठीक वहीं
एक कोंपल फूटती दिखाई दे रही है
हरे रंग की रंगत लिए
जन्म के
मौसम के आगमन की यह सूचना
एक मधुर राग में है
देखो !
दश॔क की आंखों में
एक उम्मीद की चमक जागी है
पार्श्व में घटता हुआ
यह सब ही जीवनक्रम है ।