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"मेरे घर की चींटियां / राग तेलंग" के अवतरणों में अंतर
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20:02, 19 दिसम्बर 2015 के समय का अवतरण
खाना खाते वक्त ध्यान आया
कई दिनों से
घर में चींटियां नहीं दिखीं !
कहां गईं चींटियां ?
क्या खो गईं कहीं !
कहां खो गईं चींटियां ?
कहीं नाराज तो नहीं हो गईं ?
कहां चली गईं ?
वह भी बिना बताए !
भूख-प्यास की मारी चींटियां
आखिर गईं कहां चींटियां ?
हर घर अधूरा है
चींटियों के बगैर
हर घर की भूख-प्यास के सवाल से
सीधे जुड़ी हैं चींटियां ।